पंचायत सचिवालय पर लटका ताला, ग्रामीण परेशान।

पंचायत सचिवालय पर लटका ताला, ग्रामीण परेशान।

पहासू, बुलंदशहर।

पंचायत सचिवालय पर लटका ताला, ग्रामीण परेशान।

 विकास त्यागी,

 मामले में विभागीय जिम्मेदार अधिकारी बेखबर 

अधिकांश पंचायत सचिवालय पर लटके ताले 

सरकार द्वारा ग्रामीणों को ग्राम पंचायत स्तर पर सुविधा देने के उद्देश्य से लाखों रुपए खर्च कर ग्राम पंचायत सचिवालय का निर्माण कराया गया है। जिससे सचिवालय में तैनात पंचायत सहायक ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर तुरंत समस्या को समाधान करा सके। इतना ही नही ग्राम पंचायत सचिवालय में गांव के लोगों को आय, जाति या अन्य प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील या जिला मुख्यालय का चक्कर न लगाना पड़े। ग्राम पंचायत के कार्यों को आसान बनाने के लिए पंचायत सहायकों की नियुक्ति की गई है। 

ब्लाक पहासू के गांव नारऊ के ग्राम पंचायत सचिवालय पर ताला लटके होने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है।

छतारी क्षेत्र के गांव नारऊ में लाखों रुपए खर्च कर ग्राम पंचायत सचिवालय का निर्माण कराया गया है। साथ ही ग्राम पंचायत सचिवालय के संचालन के लिए पंचायत सहायक को तैनात किया है। सोमवार को सुबह कुछ ग्रामीण अपनी समस्या को लेकर सचिवालय पर पहुंचे थे। लेकिन सचिवालय पर ताला लटका होने के कारण वह मायूस लौट आए हैं। ग्रामीणों ने बताया पंचायत सचिवालय पर अधिकांश ताला ही लटका रहता है। उधर ब्लाक क्षेत्र के गांव बैरमनगर, टूंडा खेड़ा और धौराऊ के पंचायत सचिवालय पर ताले लटके मिले हैं। ग्राम पंचायत सचिवालय पर लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नही मिल रहा है। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। ऐसे में ग्रामीणों को अपने आय, जाति, मूल निवास के साथ साथ अन्य सरकारी योजनाओं को लेकर के लिए ब्लाक और तहसील के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।ब्लॉक क्षेत्र के अधिकांश पंचायत सचिवालय में नियमित रूप से पंचायत सहायक नहीं बैठने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। इतना ही नही ग्राम पंचायत अधिकारियों की मिली भगत से पंचायत सहायक घर बैठे मानदेय ले रहे हैं। पंचायत भवन में कर्मचारियों के न जाने से हमेशा ताला लटका रहता है। कार्य करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। ग्रामीणों के मुताबिक यहां कोई नहीं बैठता है। *मामले में खंड विकास अधिकारी नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया मामला संज्ञान में नही है। मामले की पंचायत सचिव को जांच के के निर्देश दिए हैं।

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