साहब पोखरनी की जांच किसी ईमानदार अधिकारी से कराइएगा!

साहब पोखरनी की जांच किसी ईमानदार अधिकारी से कराइएगा!

साहब पोखरनी की जांच किसी ईमानदार अधिकारी से कराइएगा!

-क्यों कि अभी तक जिन अधिकारियों ने जांच किया, उनमे किसी ने ईमानदारी नहीं दिखाई, पैसा लेकर मामले को रफादफा कर दिया

-साहब जब हमने प्रधान के भ्रष्टाचार का वीडियो वायरल किया और सीएम हेल्प लाइन पर लिख तो प्रधान पति प्रेमनाथ पुत्र राम सूरत ने खूब मारा, जिसका एफआईआर भी दर्ज

-शिकायतकर्त्ता सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव ने डीएम से कहा कि साहब ब्लॉक बहादुरपुर ब्लॉक का संचालन तीन-तीन नकली प्रमुख कर रहें, जिसके चलते इस ब्लॉक और ग्राम पंचायत पोखरनी में भ्रष्टाचार चरम पर

-कहने को यह राजा पोखरनी का गांव और उनका प्रधान है, लेकिन गांव में जिस तरह भ्रष्टाचार हो रहा हैं, उसे देख कहा नहीं जा सकता कि यह गांव राजा पोखरनी

बस्ती। भ्रष्टाचार के खिलाफ निरंतर लड़ने वाले पोखरनी के सुरेश कुमार श्रीवास्तव पुत्र नागेंद्र लाल सोमवार को डीएम से एक शपथ पत्र के साथ मिले और कहा कि साहब इस बार इसकी गांव के भ्रष्टाचार की जांच किसी ईमानदार अधिकारी से करवाइएगा, क्यों कि अभी तक जितने भी अधिकारियों को जांच किया सभी ने प्रधान से पैसा लेकर उन्हें क्लीन चिट दे दिया, कहा कि शिकायत और जेसीबी से तालाब की खुदाई का वीडियो वायरल करने की सजा प्रधानपति और उनके गुर्गो ने मारपीट के रुप में दिया। जिसका एफआईआर भी लिखाया गया। कहा कि साहब विकाय खंड बहादुरपुर में एक नहीं तीन-तीन नकली प्रमुख का बोलमाला है। असली प्रमुख रामकुमार को नकली प्रमुख ने बंधक बना रखा है।

सुरेश कुमार की माने तो जिले में एक भी ईमानदार अधिकारी नहीं हेै। इसकी पुष्टि खुद शपथ-पत्र में करते हुए कहा कि साहब इस बार आप किसी ईमानदार अधिकारियों की टीम से पोखरनी गांव की जांच करवाइएगा, अभी तक जितने भी अधिकारी जांच करने के आए उन सभी ने प्रधान से पैसा लेकर मामले को रॅफादफा कर दिया, किसी ने भी जांच में ईमानदारी नहीं दिखाया। जबकि गांव में सरकारी धन का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग हुआ। कहा कि अगर किसी शिकायत करने वाले को उसकी सजा मारखाने की मिलेगी तो फिर कौन शिकायत के लिए आगे आएगा। इस पर डीएम साहब ने आष्वक्त किया कि जांच ईमानदारी से होगी, और कार्रवाई भी होगी। शिकायत में कहा गया कि गांव के बीच स्थित धोबहा तालाब की सफाई मनरेगा गांव के मनरेगा मजदूरों से न कराकर बाहर के मजदूरों और जेसीबी से कराया गया और साढ़े दस लाख का बंदरबांट कर लिया गया। कहा कि 2021 के बाद किसी भी कार्य स्थल पर सीआईबी नहीं लगाया गया। इसी तरह गांव के दक्षिण पोखरा पर गांव के मजदूरों का फर्जी तरीके से खानापूर्ति करके सरकारी धन का बंदरबांट किया गया।

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