पक्के वाले घबड़ाईए मत, एक इंच भी दुकान नहीं तोड़ी जाएगी!

पक्के वाले घबड़ाईए मत, एक इंच भी दुकान नहीं तोड़ी जाएगी!

पक्के वाले घबड़ाईए मत, एक इंच भी दुकान नहीं तोड़ी जाएगी!

-कंपनीबाग से पक्के बाजार होते हुए किमी. एक से नौ तक की सड़क के बीच 52 सेंमी. का डिवाइडर बनेगा, उसके दोनों तरफ एक से नौ किमी. तक की सड़क साढ़े सात-साढ़े सात मीटर की चौड़ी बनेगी, 10 से 26.20 किमी. तक की सड़क की चौड़ाई 10 मीटर होगी

-किमी. एक से नौ के बीच जितने भी पेड़ पौधे हैं, उसे हटाया जाएगा, पुलिस चौकी का कुछ हिस्सा भी प्रभावित हो सकताृ   

-इस सड़क की अनुमानित लागत 125 करोड़ बताई जा रही, सड़क की मंजूरी 27 के चुनाव से पहले मिल जाएगी, और चुनाव से पहले बननी भी शूरु हो जाएगी

-कार्ययोजना भेजे एक साल से अधिक हो गया, लेकिन अभी तक कार्ययोजना को मंजूरी ही योगीजी ने नहीं दिया, 27 तक करना पड़ेगा इंतजार

-26.20 किमी. लंबी सड़क का चौड़ीकरण किमी. एक से 26 किमी. तक का चौड़ीकरण करने का प्रस्ताव डीएम की संस्तुति के साथ पीडब्लूडी खंड-एक की ओर से शासन को भेजा चुका

-जैसे ही इस पर शासन की मोहर लगती है, विभाग की ओर से आगणन बनाकर भेजा जाएगा

-एक किमी. से नौ किमी. के बीच जो भी पेड़ आएगें उन्हें साफ किया जाएगा, खासबात यह है, कि सड़क की जितनी चौड़ी शहर में चाहिए, उतनी उपलब्ध हैं, किसी भी प्रतिष्ठान और आवासों का ध्वस्तीकरण नहीं होगा

बस्ती। राम जाने कंपनीबाग-गांधीनगर होते हुए कांटे तक किमी. एक से लेकर 26 किमी. के बीच की सड़क का चौड़ीकरण कब होगा? लेकिन होगा अवष्य, 27 के चुनाव से पहले मंजूरी भी मिल जाएगी और सड़क भी बनकर तैयार हो जाएगी, ऐसा योगी सरकार का मिशन माना जा रहा है। सबसे अधिक खास बात यह हैं, कि किमी. एक से नौ तक स्थित दोनों तरफ की दुकानों को एक इंच तोड़े बिना सड़क का चौड़ीकरण होगा। साढ़े सात-साढ़े सात मीटर की दोनों तरफ की सड़क होगी, बीच में 51 सेमी. का डिवाइटर बनेगा। पीडब्लूडी को सड़क की जितनी चौड़ाई चाहिए, वह मौके पर उपलब्ध हैं, गांधीनगर पुलिस चौकी का कुछ हिस्सा प्रभावित हो सकता है। बीच में पड़ने वाले पेड़ पौधें और चबूतरे तोड़े जाएगें। किमी. 10 से 26 तक के सड़क की चौड़ाई दस-दस मीटर की होगी। सड़क की कुल लागत 125 करोड़ खर्च होने का अनुमान लगाया गया। खासतौर से गांधीनगर के कारोबारियों को यह डर सता रहा है, कि कहीं चौड़ीकरण में उनकी दुकाने तोड़ न दी जाए। सर्वे और कार्ययोजना बनाते समय इस बात का पूरा ख्याल रखा गया कि किसी भी प्रतिष्ठान को कोई नुकसान न हो, इसी लिए इसका सर्वे लखनउ टीम से भी विभाग ने करवाया। सड़क के चौड़ीकरण का उद्वेष्य आम नागरिकों को जाम से निजात दिलाना है।


विभाग के रिपोर्ट में कहा गया कि बस्ती कांटे मार्ग पूर्व में लखनए-गोरखपुर राष्टीय राजमार्ग  मार्ग था। राष्टीय राजमार्ग का बाईपास बन जाने से यह अन्य जिला मार्ग में परिवर्तित हो गया। इस मार्ग को बस्ती जनपद में प्रवेश करने के लिए मुख्य मार्ग बताया गया। इसी मार्ग पर पुरानी आबादी है। जिस पर समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान, प्रशासनिक एवं राजकीय कार्यालय, इंडस्टिएल एरिया, जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, मेडिकल कालेज, बस स्टैंड, एवं मुंडेरवा चीनी मिल स्थापित है। कहा गया कि मार्ग के किमी. 1 से 9 तक का भाग शहरी भाग है। किमी. 9 से निकलने वाले जिगिना बरदहिया मार्ग से यह मार्ग रेलवे स्टेशन से जुड़ जाता है। जिसमें अक्सर जाम लगा रहता है। मार्ग का किमी. 9 रेलवे स्टेशन से जुड़ जाने के कारण आगे मार्ग पर यातायात कुछ कम हो जाता है, जिसके कारण किमी. 1 से 9 तक के भाग को टू लेन में बदलना आवष्यक है। एक लेन की चौड़ाई साढ़े सात मीटर की होगी, बीच में 51 सेमी. का डिवाइडर रहेगा। किमी. 10 से 26 तक की चौड़ाई सात मीटर के स्थान पर 10 मीटर होगी।

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