मझौआ कला में फर्जी तरीके से लग रहा है 107 मजदूरों की कागजों में हाजिरी, 25359 रुपए के हिसाब से 355000 रुपए लगाएंगे चुना,

मझौआ कला में फर्जी तरीके से लग रहा है 107 मजदूरों की कागजों में हाजिरी, 25359 रुपए के हिसाब से 355000 रुपए लगाएंगे चुना,

-मझौआ कला में फर्जी तरीके से लग रहा है 107 मजदूरों की कागजों में हाजिरी, 25359 रुपए के हिसाब से 355000 रुपए लगाएंगे चुना,


बस्ती। विकासखंड रुधौली के कई ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर हैं, लेकिन यहां के जिम्मेदार खंड विकास अधिकारी को इसकी तनिक भी परवाह नहीं है, क्योंकि इन्हें सिर्फ और सिर्फ बखरा से मतलब है। बस्ती जनपद में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में जहां एक तरफ प्रदेश के मुखिया बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए जमीनी स्तर पर बेरोजगारी दूर करने हेतु मनरेगा को बढ़ावा देने की बात कर रही है वहीं इसका प्रभाव जमीनी स्तर पर बहुत ही कम दिख रहा है अभी कुछ दिन पूर्व रुधौली के कई ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार को लेकर मीडिया टीम द्वारा पड़ताल किया गया जहां पर मौके पर काम हुआ भी नहीं और भुगतान पूरा ले लिया गया मजदूरों की स्थिति भी बद से बदतर हो गई जिससे लोग प्रदेश में रहकर मजदूरी करके अपने परिजनों का भरण पोषण करते हैं। यदि जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी बंद हो जाए तो इसका डायरेक्ट फायदा बेरोजगार युवकों, किसानो व मजदूरों को मिलता लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अपने कान में रुई डालकर सो गए हैं। ताजा मामला बस्ती जनपद के विकासखंड रुधौली अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मझौआ कला प्रथम का है जहां पर मनरेगा मजदूरी के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग करने के लिए ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक, ग्राम विकास अधिकारी की मिली भगत से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है और फर्जी हाजीरी लगाकर भुगतान लेने के फिराक में नजर आ रहे हैं। विकासखंड के सबसे भ्रष्ट अधिकारियों में सुमार ग्राम विकास अधिकारी जो लगातार सुर्खियों में बने रहते हैं उन्होंने खंड विकास अधिकारी के नजदीकयों के चलते कागजों में हाजीरी लगवाने का काम किया है खंड विकास अधिकारी भी इसी वजह से मेहरबां होकर दो कलस्टरों सहित कुल दस ग्राम पंचायत के अधिकारी बनाए हैं इसके अलावा अन्य सचिवों को उनकी अपेक्षा काम ग्राम पंचायत दिए हैं।इसी वजह से ग्राम पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी सरकारी धन का दुरुपयोग करने में लगे हैं। आप खुद ही इस बात का अंदाजा लगा सकते है कि देश का विकास में जाएगा अथवा गर्त में जाएगा। ग्राम पंचायत मझौआ कला प्रथम में  कुल 107 मजदूर की फर्जी हाजरी पांच साइडों पर लगाई जा रही हैं मीडिया टीम के पड़ताल में पाया गया कि बलेसर के चक से राम शब्द के चक तक 40 मजदूर, औराडीहा में राम वृक्ष के चक से राम उजागर के चल तक 19 मजदूर समेत सभी जगह पर एक भी मजदूर कार्य करते नहीं मिले सुबह दिन में 11 बजे स्थानीय लोगों से पूछा गया कि यहां पर कभी कार्य करवाया गया था तो जवाब मिला ग्राम पंचायत में विकास के नाम पर सिर्फ लोगों को ठगने का काम किया गया यदि अगली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने का मौका मिला तो ऐसे धोखेबाज प्रधान व जिम्मेदार को धूल चटाने का काम करेंगे क्योंकि गांव के विकास के लिए जनप्रतिनिधि चुना जाता है ना की दुरुपयोग करने के लिए। आपको बताते चलें विगत दो साल से ग्राम विकास अधिकारी भ्रष्टाचार करने की वजह से एक ही जगह पर बने हुए हैं क्योंकि अपनी गाढी कमाई का ज्यादा हिस्सा आने वाले खंड विकास अधिकारियों को देकर खुश करने में लगता है। इसके पहले भी ग्राम पंचायत हनुमानगंज, भुसड़ी उर्फ राय नगर, सहित अन्य जगहों पर कभी चकरोड के नाम पर, तो कभी नाला खुदाई के नाम पर, तो कभी पंचायत भवन चक मार्ग सफाई के नाम पर पैसा निकाला जाता है। यदि उच्च अधिकारियों द्वारा इनके कलस्टर में निष्पक्ष रूप से जांच कराई जाए तो कई लाख रुपए का भ्रष्टाचार सामने नजर आएगा। यदि इसकी शिकायत खंड विकास अधिकारी से की जाए तो इन्होंने दिखाने व जांच कराने के नाम पर मलाई काटने का काम किया जाता है। गांव के एक समाजसेवी ने बताया कि जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनता दरबार में जाकर भ्रष्टाचार की बात रखेंगे जिससे जिम्मेदारों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उचित कार्यवाही किया जा सक

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