खूनचुसवा आयुष्मान के हास्पिटलों पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 5 December, 2024 05:02
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खूनचुसवा आयुष्मान के हास्पिटलों पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी
-ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग चारों ओर उठ रही है, जो मरीजों का भोजन, नाष्ते, दवा और जांच के नाम पर गरीब मरीजों का खून चूस रहे
-यह लोग गरीब मरीजों का खून ही नहीं चूस रहे हैं, बल्कि अप्रशिक्षित लोगों से आपरेशन करवाकर जज्जा और बच्चे के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहें
-डीएम ने कहा कि जिले के साढ़े सात लाख आयुष्मान के लाभार्थियों की सुरक्षा और उन्हें अनुमन्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रषासन कार्रवाई करने जा रहा
-कहा कि अगर किसी भी अस्पताल में अनुमन्य सुविधा वाला बोर्ड लगा हुआ नहीं पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई के साथ उसे ब्लैक लिस्टेड भी किया जाएगा
-कहा कि अगर जिले के कोआर्डिनेटर ने निरीक्षण में लापरवाही बरती तो उनकी सेवा समाप्त करने के लिए कार्रवाई की जाएगी
-कहा कि आयुष्मान के लाभार्थियों के घर-घर जाकर उनसे पूछताछ की जाएगी, और बयान के रुप में वीडियो भी बनाया जाएगा, उसके बाद जिन अस्पतालों ने मरीजों का खून चूसा हैं, उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी
-मरीजों के बीएचटी तक की जांच कराई जाएगी, ताकि पता चल सके कि किन-किन सर्जन और एनेथिसिया ने इलाज या फिर आपरेशन किया और किनको भुगतान हुआ। खाते से हुआ या फिर नकद से
बस्ती। प्रशासन स्टार हास्पिटल, ज्यान हास्पिटल और ओम आर्थो पेडिक जैसे अनेक आयुष्मान से आच्छादित अस्पतालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है, जिन्होंने इलाज, जांच, दवा, भोजन और नाष्ते के नाम पर गरीब मरीजों का खून चूसा है। प्रशासन इसकी गोपनीय जांच कराने जा रहा है। जिसके तहत पहले चरण में आयुष्मान के उन लाभार्थियों के घर जाकर पूछताछ होगी, जो इलाज या आपरेषन करा चुके है। उनका वीडियो के जरिए उनका बयान लिया जाएगा, ताकि कानूनी कार्रवाई की जा सके। प्रषासन यह कार्रवाई मीडिया में आ रही रिपोर्ट को संज्ञान में लेकर करने जा रही है। इसकी लिखित षिकायत भी डीएम से बिंदुवार की गई है। डीएम रवीश गुप्त ने कहा कि प्रषासन प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना का दुरुपयोग होने नहीं देगी। जो अस्पतालें इलाज और आपरेषन के नाम पर मरीजों से पैसा ले रही है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, उनका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा, और उन्हें ब्लैक लिस्टेड भी किया जाएगा। विधिक कार्रवाई भी की जाएगी। कहा कि उन अस्पतालों की जांच करवाई जाएगी, जिन अस्पतालों में आयुष्मान के लाभार्थियों को मिलने वाली सुविधा का बोर्ड नहीं लगाया गया। कहा कि उनके संज्ञान में लाया गया है, कि कुछ नामचीन अस्पतालें आयुष्मान के गरीब मरीजों का शोषण कर रही है। मरीजों से कहा जाता है, कि सरकार तो उन्हें सिर्फ आपरेषन का ही पैसा देती है। सबसे अधिक षिकायतें आर्थो और गाइनी के मरीजों की ओर से मिल रही है। आर्थो वाले अस्पताल तो इम्पलांट लगाने के नाम पर 25 हजार तक वसूली कर रही है। कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो मरीजों के बीएचटी तक की जांच कराई जाएगी, ताकि पता चल सके कि किन-किन सर्जन और एनेथिसिया ने इलाज या फिर आपरेशन किया और किनको भुगतान हुआ। खाते से हुआ या फिर नकद से। बताया कि हर हाल में महिला अस्पताल से मरीजों को प्राइवेट आयुष्मान वाले अस्पतालों में लाने वाली आशा बहुओं के खिलाफ कार्रवाई होगी। इन पर नजर रखी जाएगा, कि यह अस्पताल से किन अस्पतालों में गाइनी के मरीजों की पैसे के लालच में ले जा रही है। डीएम ने उन मरीजों और उनके परिवार के लोगों से कहा है, कि अगर कोई अस्पताल इलाज, जांच, दवा या आपरेषन के नाम पर पैसा लिया तो वह उसकी शिकायत कर सकते हैं, उनका नाम गुप्त रखा जाएगा। कहा कि अगर जिले के कोआर्डिनेटर ने निरीक्षण में लापरवाही बरती तो उनकी सेवा समाप्त करने के लिए कार्रवाई की जाएगी। वरिष्ठ अधिवक्ता बाबू राम सिंह जैसे अनेक लोगों ने प्रशासन से खुनचुसवा अस्पतालों के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य राजेंद्रनाथ तिवारी एक दिन पहले ही ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पीएम और भारत सरकार के हेल्थ मिनिस्टर को पत्र और ट्यूट किया है। कहना गलत नहीं होगा कि समाज का हर वर्ग उन लोकगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है, जो आयुष्मान के गरीब मरीजों का इलाज और आपरेशन के नाम पर खून चूस रहे है।
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