केंद्रीय सेवा कर्मचारी अपने मंडल में नहीं रह सकते तैनात ,

केंद्रीय सेवा कर्मचारी अपने मंडल में नहीं रह सकते तैनात  ,

केंद्रीय सेवा कर्मचारी अपने मंडल में नहीं रह सकते तैनात  ,

गढ़मुक्तेश्वर/हापुड़

गढ़मुक्तेश्वर जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर नगर पालिका में देखने को मिला सफाई एवं खाद निरीक्षक द्वारा की गई अनिमियताओ और भ्रष्टाचार की शिकायत मेरठ मंडल आयुक्त से की गई आपको बता दे कि प्रार्थी के द्वारा कहा गया है कि नगर पालिका परिषद गढ़मुक्तेश्वर में पंजीकृत सिविल ठेकेदार है । प्रार्थी ने सुभाष सिंह पर भुगतान न करने वह 40% कमीशन मांगने का आरोप लगाया था। जिसमें प्रार्थी ने कमीशन देने से इनकार कर दिया था जिससे  छूद्ध होकर उक्त कर्मचारी द्वारा प्रार्थी के उक्त कार्य की पत्रावली गायब कर दी गई प्रार्थी द्वारा शिकायत करने पर नगर पालिका परिषद गढ़मुक्तेश्वर स्तर से उक्त कर्मचारी को कई नोटिस भी दिए गए इसके बाद भी उक्त कर्मचारी के विरुद्ध आज तक कोई ठोस कार्रवाई पालिका अधिकारी वह उच्च अधिकारियों द्वारा नहीं की गई आपको बता दे की नगर पालिका गढ़मुक्तेश्वर में सुभाष सिंह अगस्त 2018 से लगभग साढ़े चार साल से तैनात है मात्र 16 /17 किलोमीटर दूरी पर ही स्थित अपने गांव मोहम्मदपुर आजमपुर जिला हापुड़ में ड्यूटी करते हैं! शाम को अपने घर चले जाते हैं आरोप यह भी है की लोकल होने के कारण राजनीति में भी सक्रिय हैं उक्त कर्मचारी की प्रथम तैनाती वर्ष 2010 में जनपद हापुड़ के नगर पालिका परिषद पिलखुवा  में हुई थी। वह भी उनके उपरोक्त निवास स्थान से मात्र थोड़ी दूरी पर था इसके बाद वर्ष 2018 में इनका ट्रांसफर नगर पालिका परिषद बदायूं को हुआ जिसको उक्त कर्मचारी द्वारा अपने प्रभाव से निरस्त कराकर नगर पालिका परिषद गढ़मुक्तेश्वर के लिए ट्रांसफर कर लिया गया। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि उक्त कर्मचारी जो कि केंद्रीय सेवा का कर्मचारी है और नियम के तहत अपने जनपद में पोस्टिंग नहीं पा सकता है वह अपनी सेवा के प्रथम 13 वर्ष से अपने गृह जनपद में ही तैनात है और वह भी जब जबकि नगर पालिका परिषद गढ़मुक्तेश्वर में सफाई खाद्य निरक्षक पद पर सर्जित नहीं है इतना ही नहीं! यह कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिफ्ट है महोदय इस नगर पालिका में वह कर्मचारी तैनात है  जिसकी जांच निदेशालय अथवा मंडल की तरफ से कराया जाना अति आवश्यक है लखनऊ निदेशक द्वारा जिसकी जांच कराई गई तो उसमें पाया गया हैं। जिसकी पुष्टि एसडीएम के द्वारा करायी गई जांच में भी साबित हो चुका है कि सरकार के स्थानांतरण नियमावली के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार के केंद्रीय कर्मचारी अपने मंडल में तैनात नहीं रह सकते! लेकिन यह खाद एवं सफाई निरीक्षक तो अपने जनपद  में तैनात रह रहे हैं और दूसरे जिले का फर्जी पता दिया हुआ है इनके खिलाफ शासन व प्रशासन या  क्या कार्रवाई करते हैं यह देखने वाला विषय है।

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