अयाशी का अडडा बनी होटलें, जमीर-ईमान बेच, पैसा कमा रहें मालिक!
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 22 December, 2024 16:55
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अयाशी का अडडा बनी होटलें, जमीर-ईमान बेच, पैसा कमा रहें मालिक!
-कथित विधायक के हवष की शिकार हुई, विधवा ने न्यायालय और मीडिया के सामने खोली होटलों की पोल
-कुछ होटलों के मालिक तो पैसे के लालच में अपने होटल में जिस्मफरोशी का कारोबार करवा रहें, इनमें कई तो अरबपति मालिक
-इन लोगों ने विषेश रुप से कुछ ऐसे को मैनेजर बना रखा है, जो पुलिस और प्रशासन से निपटने में माहिर होते
-कुछ मैनेजर तो घंटे या दिनभर के हिसाब इच्छित पैसे की मांग करते, आधा अपना रखते हैं, और जो रुम का किराया फिक्सड् हैं, उसे मालिक को दे देते
-यह लोग अपने और ग्राहक को किसी भी छापेमारी या कार्रवाई से बचाने के लिए किसी बड़े अस्पताल से मरीज दिखाने के नाम पर पर्ची बनवा लेते, ताकि यह बताया जा सके, भीड़ अधिक होने के कारण मियां और कथित बीबी को होटल में रुकना पड़ा
-वहीं पर कुछ ऐसे होटल के मालिक भी है, जो रुम में ठहरी हुई किसी महिला से रुम में मिलने तक नहीं देते, कहते हैं, कि मिलना है, तो होटल के लाबी या फिर रेस्टोरेंट में मिलिए
-इसकी शिकायत प्रशासन ने लोंगों ने की भी और दावा किया कि छापा पड़ जाए तो रुम में अनेक ऐसे जोड़े मिल जाएगें, जो अयाशी के लिए रुके हुएं
बस्ती। अभी तक जिस्मफरोषी का धंधा बड़े षहरों के होटलों में होते हुए सुना और पढ़ा गया, लेकिन अब यह धंधा बस्ती जैसे छोटे षहर में भी होने लगा। इसका जिक्र तो लोग समय-समय पर करते थे, लेकिन खुलासा नहीं हो रहा था, इसका खुलासा षायद कभी नहीं होता, अगर बलात्कार की पीड़ित विधवा कोर्ट और मीडिया के सामने होटलों की पोल ना खोलती। इस धंधे में किस तरह होटल के मालिक और मैनेजर शामिल रहते हैं, यह जानकर हैरानी ही नहीं बल्कि ताज्जुब भी होता हैं। जमीर और ईमान बेचकर जिस तरह पैसा कमाया जा रहा है, उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। ऐसा भी नहीं कि इसकी जानकारी होटल मालिकों को नहीं हो पाती, बल्कि मालिक की रजामंदी से ही उनका मैनेजर यह काम करता हैं, जानकर हैरानी होगी कि ऐसे मालिकों की गिनती करोड़पति नहीं बल्कि अरबपतियों में होती है। पीड़ित महिला की माने तो यह अवैध कारोबार सबसे अधिक मालवीय रोड से लेकर रोडवेज और स्टेषन रोड के एक दो होटलों में होता है। इस तरह का कारोबार करने वाले मालिक भी ऐसे मैनेजर को रखते हैं, जो इस काम में माहिर होते और जिनके पास किसी भी स्थित से निपटने की कला होती। अयाषी के सौकिन लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल होटल वाले रखते है, यहां तक कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने और ग्राहक को बचाने के लिए यह लोग किसी बड़े हास्पिटल का मरीज देखने वाला दो-तीन सौ में पर्चा तक बनवा देते हैं, ताकि यह बताया जा सके हैं, कि भीड़ अधिक होने के कारण कथित जोड़े को होटल में रुकना पड़ा। इसके एवज में मैनेजर अयाशी करने वालों से मुंह मांगी रकम वसूलते है। ऐसे होटलों में घंटा दो घटां मौजमस्ती करने की भी सुविधा मिलती, ऐसे लोगों का ना तो परिचय पत्र लिया जाता है, और ना रजिस्टर में नाम और पता ही दर्ज किया जाता है। अगर कोई अयाषी में खलल डालने या फिर रंगें हाथों पकड़ने के लिए महिला/लड़की के परिवार का कोई सदस्य आता भी है, तो उसे मिलने नहीं दिया जाता, रुम में जाना तो बहुत दूर की बात हैं, अगर कोई रुम में जाने की जिदद या जबरदस्ती करता हैं, तो उसे बलपूर्वक भगा दिया जाता है। इस बात का खुलासा उस महिला ने किया जो मुंबई के कथित विधायक और विधवा को होटल से रंगे हाथ पकड़ना चाहती थी, लेकिन होटल के मैनेजर ने महिला को बलपूर्वक भगा दिया, महिला पुलिस के पास भी गई थी, ताकि होटल से रगें हाथ पकड़ा जा सकें, लेकिन पुलिस ने भी महिला की मदद नहीं किया, महिला ने बताया कि जब पुलिस चौकी वाले होटलों से पैसा लेगें तो कैसे वह उनके खिलाफ जा सकते है। कहने का मतलब पुलिस खुद जिस्मफरोशी के इस कारोबार को और कारोबारियों का मनोबल बढ़ा रही है। रही बात प्रशासन की तो वह इस लिए आंख बंद किए रहते हैं, क्यों कि उन्हें भी होटल की जरुरत पड़ती रहती हैं। आज इसे लेकर पूरे जिले में चर्चा होती रही है, और हर कोई होटल का नाम और कतिथ अयाष विधायक के बारे में जानना चाह रहा हैं, मीडिया भी सक्रिय हो गई। खबर प्रकाषित होते के बाद एसपी कार्यालय भी सक्रिय हो गया, और छानबीन करना प्रारंभ भी कर दिया। खबर क्या प्रकाषित हुई मानो जिले में कोई विस्फोट सा गया हो।
ऐसा भी नहीं कि सारे होटल के मेैनेजर और मालिक जिस्मफरोशी को बढ़ावा देने में लगे है। ऐसे भी होटल मालिक और मैनेजर, जो किसी भी व्यक्ति को उस रुम मे जाने की इजाजत नहीं देते जिसमें कोई महिला रुकी हुई हो। ऐसे मिलने वालों से कहा जाता है, कि हम सूचना दे देते हैं, अगर वह आप से मिलना चाहती है, तो आप उनसे होटल के लाबी या फिर रेस्टोरेंट में मिल सकतें है। ऐसे होटल मालिकों की गिनती भी जिले के टाप फाइव में होती है। हर कोई पैसा कमाना चाहता है, इनमें कुछ लोग ईमानदारी से तो कुछ लोग बेईमानी और अपना जमीर बेचकर कमाना चाहते है। जमीन बेचने वालों में ऐसे लोग भी होते हैं, जिनके पास इतनी दौलत होती है, कि उन्हें खुद नहीं मालूम कि उनकी चल और अचल संपत्तियां कहां-कहां हैं, और उसकी लागत कितनी होगी। जबकि ऐसे लोगों को समाज में एक ईमानदारी की मिसाल स्थापित करना चाहिए। एक दिन ऐसा भी आता जब समाज में इनकी इज्जत और दौलत धरी की धरी रह जाती, जैसा कि आने वाले दिनों में उस होटल के मालिक का होने वाला है, जिसका नाम महिला ने लिया।
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