आखिर गरीब श्रमिकों का क्या दोष, क्यों नहीं मिल योजनाओं का लाभ?

आखिर गरीब श्रमिकों का क्या दोष, क्यों नहीं मिल योजनाओं का लाभ?

आखिर गरीब श्रमिकों का क्या दोष, क्यों नहीं मिल योजनाओं का लाभ?

-गरीब श्रमिकों और उनके परिवार की पीड़ा को भाजपा के जिला मंत्री एवं नरेंद्र मोदी विचार मंच के नगर अध्यक्ष रितेश पाल ने सीएम से कराया रुबरु

बस्ती। अगर श्रम विभाग लाखों पंजीकृत श्रमिकों को योजनाओं का लाभ नहीं दिला पा रहा है, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन? क्यों श्रम विभाग के अधिकारी पोर्टल बंद होने का बहाना बना रहें हैं, सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के सचिव लिखकर दे रहे हैं, कि जो समस्या थी, वह समाप्त हो गई, अब पोर्टल खुला हुआ हैं, और श्रमिकों और उनके परिवार को योजना का लाभ भी दिया जा रहा है। जबकि स्थानीय कहते हैं, कि कैसे लाभ दें जब पोर्टल ही बंद है। अधिकारियों के इस बहानेबाजी से ना सिर्फ श्रमिकों को योजनाओं का लाभ मिल पा रहा है, और ना ही नवीकरण ही हो रहा है। गरीब श्रमिकों और उनके परिवार की पीड़ा को भाजपा के जिला मंत्री एवं नरेंद्र मोदी विचार मंच के नगर अध्यक्ष रितेश पाल ने सीएम को पत्र लिखकर उनसे योजना का लाभ गरीब श्रमिकों को दिलाने की मांग की है।

सीएम को लिखे पत्र में इन्होंने कहा कि पिछले दस माह से प्रदेश में एक भी श्रमिक को योजनाओं का लाभ नहीं मिला। कहा कि बेवसाइड को साइबर क्राइम के चलते अचानक बंद कर दिया गया। जिससे निर्माण श्रमिकों का पंजीयन, योजनाओं से संबधित आवेदन एवं पुराने जांच किए गए आवेदन की स्वीकृति होने के बाद भी रोक दिया गया। कहा कि स्थानीय अधिकारी अपने कार्य में रुचि नहीं ले रहे है। श्रमिक हित में इनका तबादला अतिआवष्यक है। कहा कि जब समाज के सबसे गरीब व्यक्ति को योजना का लाभ नहीं मिलेगा तो फिर योजना को संचालित करने से क्या फायदा। कहा कि दस माह बाद बेवसाइड खोला गया, जिसमें सिर्फ पंजीकरण का कार्य हो रहा है। इन दस माह में लाखों श्रमिक योजना से वंचित हो गए। लिखा कि इसकी जांच शसन स्तर से कराकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और श्रमिकों को योजनाओं का लाभ एवं आवेदन के समय में वृद्वि करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की अपील की गई।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *