सपा के लिए गले की फंास बन गए धीरसेन निषाद

सपा के लिए गले की फंास बन गए धीरसेन निषाद

सपा के लिए गले की फंास बन गए धीरसेन निषाद

-एफआईआर पर एफआईआर इनके खिलाफ होते जा रहे, बलात्कार और करप्शन जैसे आरोप में मुकदमा दर्ज जेल तक जा चुके, फिर भी इनकी और पार्टी की सेहत पर कोई फर्क नहीं

-छोटे बड़े मिलाकर इनके खिलाफ कुल लगभग आठ मुकदमें दर्ज हैं, इतना मुकदमा तो किसी अपराधी के खिलाफ भी नहीं दर्ज होगा

-जिस नगर पंचायत रुधौली के चेयरमैन के गलत सही कामों के संरक्षक विधायक और सांसद हों, उसे किस बात की चिंता

-न तो विधायकों और न सांसद और न पार्टी के जिलाध्यक्ष को इस बात की चिंता कि एक चेयरमैन के चलते पार्टी की छवि पर कितना प्रभाव पड़ रहा

-इसका प्रभाव 2027 में कम से कम रुधॉैली विधानसभा में पड़ने की संभावना जताई जा रही

-चेयरमैन साहब आईडिएल चैयरमैन बनने के बजाए सामाजिक और आर्थिक अपराधी बनते जा रहें

बस्ती। नगर पंचायत रुधौली के अध्यक्ष धीरसेन निषाद प्रदेश के पहले ऐसे सपा के चेयरमैन होगें जिनके खिलाफ इतने मुकदमें दर्ज हैं, जितना किसी अपराधी के खिलाफ दर्ज नहीं होगा।  इनके खिलाफ एफआईआर पर एफआईआर दर्ज होते जा रहें हैं, बलात्कार और करप्शन जैसे आरोप में मुकदमा दर्ज हैं, जेल तक जा चुके, फिर भी इनकी और पार्टी के सेहत पर कोई फर्क नहीं। देख्,ाा जाए तो छोटे बड़े मिलाकर इनके खिलाफ कुल लगभग आठ मुकदमें दर्ज हैं, इतना मुकदमा तो किसी अपराधी के खिलाफ भी नहीं दर्ज होगा। जिस नगर पंचायत रुधौली के चेयरमैन के गलत सही कामों के संरक्षक विधायक और सांसद हों, उसे किस बात की चिंता, और जिसके सहयोगी प्रेम प्रकाश पटेल जैसे लोग हों, उसे किस बात का डर। न तो विधायकों और न सांसद और न पार्टी के जिलाध्यक्ष को इस बात की चिंता कि एक चेयरमैन के चलते पार्टी की छवि पर कितना प्रभाव पड़ रहा है। इसका प्रभाव 2027 में कम से कम रुधॉैली विधानसभा में पड़ने की संभावना जताई जा रही है। इसी लिए विधायक राजेंद्र चौधरी को मीडिया बार-बार यह सचेत करती आ रही है, कि अगर संजय जायसवाल जैसा नहीं बनना है, चेयरमैन और प्रेम प्रकाश पटेल जैसे लोगों से किनारा कसना ही होगा। जिस चेयरमैन को आईडिएल चैयरमैन बनना चाहिए वह सामाजिक और आर्थिक अपराधी बनता जा रहा है।  

धीरसेन निषाद का लगातार विवादों में घिरते जा रहे हैं। एक के बाद एक एफआईआर दर्ज होने के बाद सियासी गलियारों में भी इस बात की चर्चा होने लगी है, कि कहीं इसका खामियाजा पार्टी को न भुगतना पड़े। सिद्धार्थनगर के शिवनगर डिड़ई में रोशनी नामक महिला का गैर इरादतन हत्या, रुधौली थाने में मारपीट व जान से मारने की धमकी का केस दर्ज होने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष को लेकर सबसे सनसनीखेज प्रकरण भ्रष्टाचार, जान से मारने का मामला को सामने आया इसको लेकर पुरानी बस्ती पुलिस मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई करने का प्लान बना रही है, इसके पहले एक महिला ने धीरसेन निषाद पर नौकरी का झांसा देकर लगातार कई महीनों से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। पीड़िता का यहां तक दावा रहा कि उसके गर्भवती हो जाने पर नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद ने अपनी करीबी महिला के माध्यम से जबरन दवा खिलाकर गर्भपात करा दिया था केस दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन कर गिरफ्तार कर जेल भेजा। रुधौली पुलिस ने नपं अध्यक्ष धीरसेन निषाद निवासी केवटहिया वार्ड नंबर-15 शहीद कीर्तकरनगर रुधौली व माया पाठक पता अज्ञात के खिलाफ दुष्कर्म, शडयंत्र रचने और एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज।

नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद लगातार चर्चा में बने रहने के लिए कुछ ऐसे कार्य करते रहते हैं कि पूरे प्रदेश में उनकी चर्चा होती रहती है। आपको बताते चलें वर्ष 2017 नगर पंचायत अध्यक्ष बनने के बाद ग्राम पंचायत अंदेवरी कि निवासी महेंद्र सिंह ने अध्यक्ष पर अपनी शैक्षिक योग्यता व उम्र छिपाने का आरोप लगाकर चुनाव आयोग से शिकायती पत्र देकर जांच कराने की मांग की थी मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद 25 जून 2023 को सिद्धार्थनगर के शिवनगर डीडई में पीड़ित संतोश कुमार पुत्र रामरीत निवासी रामनगर शिव नगर के शिकायत पर अध्यक्ष आईपीसी की धारा के तहत 279 व 304 के तहत धीरसेन निषाद पर अपनी बेटी की लापरवाही तरीके से गाड़ी चलाने अथवा सवारी करने व लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाया था जिससे पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। अगली कड़ी 8 जनवरी को 2023 को पीड़ित आकाश वर्मा पुत्र जगदीश चौधरी ने अध्यक्ष धीरसेन निषाद सहित अन्य लोगों पर रुधौली थाना में शिकायत करने के बाद भारतीय दंड संहिता 1860 के तहत 409, 420, 504, 506, 323 के तहत सत्यम इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म के नाम से इंटरलॉकिंग ईंट सप्लाई करने का पेपर दिखाकर यंग कंस्ट्रक्शन के नाम पर पैसा लेने व ऑर्डर सप्लाई करने का काम किया जो रजिस्ट्रेशन ही नहीं था। जब प्रार्थी ने नगर पंचायत अध्यक्ष से ईंट सप्लाई का पैसा मांगा तो गुमराह करके ना देने का बहाना किया और उन्होंने गाली गलौज करते हुए मारपीट की और जान से मारने की भी धमकी दी. और वहां से भगा दिया जिसकी बाद पीड़ित कुछ अधिकारियों के समक्ष गुहार लगाकर मुकदमा पंजीकृत करवाया था। इसके बाद 27 जुलाई 2023 को नगर पंचायत रुधौली की निवासी पत्रकार अनूप बरनवाल द्वारा खबर चलाने पर अध्यक्ष धीरसेन निषाद समेत 4 लोगों पर मारपीट,चैन लूटने, व जान से मारने की धमकी देने पर भी स्थानीय पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कराया। जिसके साथ पचब की धारा 504, 506, 323, के साथ 392 लुट की मुकदमा पंजीकृत हुई थी। अगली कड़ी में 201 ध्2023 माह अगस्त में इंद्रावती नाम की महिला के शिकायत पर रूधौली पुलिस ने अध्यक्ष धीरसेन निषाद पर बलात्कार, एस सीध्एस टी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया था जिसमें पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया था। इसके बाद वर्ष 2025 में तत्कालीन जिलाधिकारी आंद्रा वामसी के दिशा निर्देश पर विकास कार्यों की वित्तीय अनियमितता की लगातार शिकायत मिलने के बाद व सिद्ध होने के बाद भी कार्यवाही नहीं हुई।इसके अलावा भी सफाईकर्मियों के वेतन को लेकर भी काफी लापरवाही पूर्ण तरीके से जालसाजी करने का भी मामला सामने आया था.जिससे स्थानीय लोगों में रोश था क्योंकि तब भी एडीएम ध्जांच अधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान ने रिपोर्ट देने के लिए 15 दिन का समय दिया था लेकिन ठंडे बस्ते में चला गया।शिकायतकर्ता हरीश सिंह ने लगातार पैरवी की लेकिन कुछ नहीं हो सका। ताजा मामला 20 अगस्त 2025 को पुरानी बस्ती में ठेकेदार नन्दलाल के शिकायत पर अध्यक्ष धीरसेन निषाद समेत 3 अन्य लोगों पर जान से मारने मृत्य व गंभीर चोट पहुंचाने, गाली गलौज करने, शांतिभंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने, अपराधिक विश्वासघात करने सहित अन्य मामले में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है जो भारतीय न्याय संहिता के तहत 316(2), 351(3), 352 की गई। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि कि जानबूझकर भ्रष्टाचार, बलात्कार, मारपीट, गबन अनियमितता की जा रही है या चर्चा में बने रहने के लिए नए नए कारनामे करने में मजे आते है। सवाल यह उठता है कि ऐसे लोगों पर सिर्फ कानून मोहरा बन गया है या बढ़ावा देने के लिए अधिकारी स्वयं आंखें बंद कर लिए हैं। सूत्रों की माने तो अध्यक्ष धीरसेन निषाद द्वारा लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर चलने ऐ कई लोग द्वारा डर कर भी मुकदमा नहीं करवा पाए. तो कुछ पैसे के बल पर बिकते नजर आये.

इसके अलावा भी और भी बहुत सारे रिकॉर्ड कागजों में सिमट कर रह गई वरना यह मुकदमा कई दर्जनों में होता है।सूत्रों से यह भी पता चला कि 15 अगस्त को इनके पिता मुखलाल किसी महिला का वीडियो बना रहे थे तभी उस महिला ने चप्पलों से बौछार कर स्वागत की थी। पीड़ित नंदलाल ने बताया कि नगर पंचायत के द्वारा कराए गए कार्यों की जांच सही रूप से कराई जाए तो भ्रष्टाचार की नई इतिहास नगर पंचायत रुधौली के रूप में लिखी जाएगी. चाहे वह नगर पंचायत कार्यालय के सामने का अंत्येष्टि स्थल हो अथवा कैडीहवा का अंत्येष्टि स्थल, सरघाट मोड़ पर पोखरा सुंदरीकरण हो या सामुदायिक शौचालय मे भ्रष्टाचार, गेट के नाम पर धन उगाही हो या पूर्व विधायक द्वारा लगाए गए सोलर लाइट को निकलवा कर बेचने का भ्रष्टाचार।

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