रुधौली के डडवा भैया में खुला भ्रष्टाचार का पिटारा

रुधौली के डडवा भैया में खुला भ्रष्टाचार का पिटारा

रुधौली के डडवा भैया में खुला भ्रष्टाचार का पिटारा

बस्ती जिले के विकासखंड रुधौली की ग्राम पंचायत डडवा भैया में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। वार्ड मेंबर विजयसेन चौधरी ने डीएम को शिकायत की थी। शिकायत में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इनमें पंचायत भवन का अधूरा निर्माण, वायरिंग और कैमरे के नाम पर अनियमित भुगतान शामिल हैं। इंटरलॉकिंग के लिए फर्जी बिल-वाउचर बनाए गए। ब्रॉडबैंड कनेक्शन, दिव्यांग रैंप और हैंड पंप के चबूतरे में भी गड़बड़ी मिली। सामुदायिक शौचालय की मरम्मत के नाम पर धन निकाला गया। अपर जिला पंचायत राज अधिकारी अरुण कुमार ने मौके पर जांच की। उन्होंने लगभग सभी आरोपों को सही पाया। जांच रिपोर्ट ग्राम पंचायत सचिव, प्रधान, विकास अधिकारी और जिलाधिकारी को भेजी गई है। जांच में पूर्व सचिव राजेश कुमार, अमरनाथ और वर्तमान सचिव जगदीश कुमार की संलिप्तता पाई गई है। इससे पहले भी पंचायत भवन में अनियमितता मिली थी। तब ध्वस्तीकरण के बाद नया निर्माण कराया गया था। शिकायतकर्ता विजयसेन के अनुसार, जांच अधिकारी ने सभी जिम्मेदार लोगों को बुलाकर जांच की। विधिक कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को आदेश दे दिए गए हैं।

 ग्राम प्रधान सचिव जगदीश यादव एवं पंचायत सहायक सहित अन्य ग्रामवासी उपस्थित रहे। पर्व पंचायत-डडया भइया का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय जिला सलाहकार राजाशेर सिंह, सूचना के बाद भी ग्राम पंचायत सचिव द्वारा कोई भी अभिलेख प्रस्तुत नही किया गया ई ग्राम स्वराज की आनलाईन रिपोर्ट के अनुसार एवं स्थलीय सत्यापन में निम्नलिखित तथ्य प्रकाश में आये। आर०जी०एस०ए० श्रेणी का पंचायत भवन बना है किन्तु अपूर्ण है। पंचायत भवन का पूर्ण भुगतान कर लिया गया है किन्तु अभी तक बाउण्ड्रीबाल प्लास्टर नही हुआ है एवं मेन गेट नहीं धना है। पंचायत भवन का बीम झुक रहा है. गुणवत्ता निम्न श्रेणी की है। खिड़कियों के दरवाजे प्लाई के बने है, जिसकी रंगाई भी नहीं हुई है। तथा परिसर में मि‌ट्टी पटाई का कार्य भी शेष है। सीसी टीवी कैमरा आदि भी नहीं लगा है। जिसके कारण पंचायत कार्यालय क्रियाशील नहीं है। चाउण्ड्री वाल अपूर्ण है। सोलर पैनल नहीं लगा। ग्राम पंचायत को वित्तीय वर्ष 2021-22 में रू0 17,46,000 ध् आवंटित किया गया था। पंचायत भवन का निर्माण प्रायकलन रू० 31,58,000.00 है, जिसमें वित्त आयोग से रू0 7,10,000.00 और मनरेगा अंश रू0 7,10,000.00 सम्मिलित है। उल्लेखनीय है कि रू0 199056.00 के अतिरिक्त सम्पूर्ण धनराशि पूर्व सचिवों राजेश कुमार अमरनाथ गौतम द्वारा आहरित कर ली गयी है। किन्तु निर्माण पूर्ण नही कराया गया है। पांच जून 2025 को पंचायत भवन पर वायरिंग और मटेरियल के नाम पर एक मुश्त 1,22,477.00 रु० का भुगतान कर लिया गया है। परन्तु स्थलीय सत्यापन के समय पंचायत भवन में विद्युत संयोजन नहीं है. वायरिंग अपूर्ण पाया गया है। पंचायत भवन पर पंखा, बल्य, कम्प्यूटर, प्रिन्टर और इण्टरनेट आदि की व्यवस्था नहीं पायौ गयी। स्पष्ट है कि बिना कार्य कराये ही प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव द्वारा धनराशि आहरित कर गम्भीर वित्तीय अनियमितता की गयी है। 29. अप्रैल 2025 को पंचायत भवन पर 02 इण्डिया मार्का 2 हैण्डपम्प के स्थापना कार्य पर मु० 70,470.00 रु० आहरित कर लिया गया, परन्तु स्थलीय सत्यापन के दौरान एक हैण्डपम्प लगा पाया गया जिसपर चबूतरा आदि का निर्माण नहीं हुआ है इस प्रकार ग्राम पंचायत सचिव श्री जगदीश यादव व ग्राम प्रधान द्वारा विना कार्य कराये ही मुठ 35,235,00 रु० की धनराशि का गबन करने के लिए दोषी है। पांच जून 2025 को 50,150.00 रु० का भुगतान पंचायत भवन पर सी०सी०टी०बी० कैमरा के स्थापना के नाम पर ग्राम निधि से आहरित कर लिया गया है, परन्तु सत्यापन के समय कैमरा का लगा होना नहीं पाया गया। प्रधान दुर्गावती एवं सचिव जगदीश यादव द्वारा फर्जी विल याउपर अपलोड कर शासकीय धनराशि का गबन किया गया है। 28. जून 2025 को पंचायत भवन परिसर में इण्टर लाकिंग के नाम पर 3,22,082.00 आहरण कर लिया गया है, परन्तु मौके पर न तो मटेरियल मिला और न ही कार्य करा होना कया गया। इस प्रकार प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव द्वारा दुरभि सन्धि कर बिना वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त किये ई ग्राम स्वराज पर फर्जी विल बाउचर अपलोड कर 3,22,082.00 रु० का गबन के लिए दोषी है। पंचायत भवन के बारो ओरोन और दिव्यांची तप भी नहीं बना है। .हैण्डपम्प का चबूतरा और परिसर के समतलीकरण का काम भी अपर्ण है। निरीक्षण के समय रिपोर्ट के अनुसार उक्त कार्य पर सम्पूर्ण धनराशि का व्यय भुगतान होना प्रदर्शित हो रहा है। 29.जून 2025 को 1.40.300 सामूदायिक शोैचालय के नाम पर ग्राम निधि से आहरण कर लिया गया है। मौके पर होना नही पाया गया इस कार्य पर बाउचर अंकित कर 1,410,000 रु० प्रधान सचिव द्वारा भवन किया गया है। माता प्रसाद के घर से श्यामू के कोनराशि पाईप लगाये नये जी०आई० पाईप की धनराशि का दुविनियोग किया गया है। अभी एक माह हुआ है। गुणवत्ता खराब पाईी गयी। ग्राम पचंायत द्वारा विना टेण्डर कोटेशन के मनमाने तरीके से फर्माें को नियम विरुद्ध भुगतान किया गया है. एक ही सामधी परियोजना पर कई फर्मो से सामग्री क्रय किया गया है। जो गम्भीर वित्तीय अनियमितता है। पूर्व सुचना के बाद भी कोई अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया। सचिव द्वारा किसी भी मद का वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति पंजिका प्रस्तुत नहीं किया गया तथा बिना वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त किये ही ग्राम निधि से धनराशि का आहरण किया गया है। बिना कार्य कराये शासकीय धनराशि ग्राम निधि से मनमाने ढंग से आहरण करने के लिए ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव उत्तरदायी है। रिपोर्ट में इनके विरूद्ध कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता बताई गई।

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