डीएस साहब, एआर से सावधान रहिए, नहीं तो चले जाएगें जेल!
- Posted By: Tejyug News LIVE
- राज्य
- Updated: 14 August, 2025 21:02
- 155
डीएस साहब, एआर से सावधान रहिए, नहीं तो चले जाएगें जेल!
-एआर के साथ में रहकर पैसा तो आप कमा सकते हैं, लेकिन जेल भी जाना पड़ सकता, बर्खास्त भी हो सकते
-इनके चक्कर में पड़कर न जाने कितने सचिव के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुका, करोड़ों जमा करना पड़ा
-यही सलाह मीडिया ने आपके पूर्व डीएस अमित कुमार चौधरी को भी दिया था, उनका क्या हुआ, यह कहने और लिखने की बात नहीं
-एआर को बचाने वाले तो कई हैं, लेकिन आपको कौन बचाएगा, इसका आंकलन कर लीजिए
बस्ती। पीसीएफ के डीएस यानि जिला प्रबंधक कैलाश कुशवाहा को मीडिया सलाह दे रही है, कि वह एआर से बचकर रहिए। इन्हें एआर से सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। चेतावनी भी दी जा रही है, कि अगर यह एआर से सावधन नहीं रहें तो इन्हें भी पूर्व के डीएस की तरह जेल जाना पड़ेगा और बर्खास्त भी हो सकते है। कहा जाता है, कि एआर के साथ में रहकर पैसा तो कमाया जा सकता है, लेकिन जेल जाने का भी खतरा रहता है। इन्हीं के चक्कर में पड़कर अब तक न जाने कितने सचिवों के खिलाफ एफआईआर और करोड़ों रुपया जमा करना पड़ा। मलाई तो इन्होंने खाया और जब जेल जाने और धान के गबन का पैसा जमा करने का समय आया तो इन्होंने किनारा कस लिया। एक हजार रुपये की भी इन्होंने सचिवों की मदद नहीं की, घर और जमीन बेचकर धान का पैसा जमा करना पड़ा। डीएस साहब, एआर को तो बचाने वाले अनेक हैं, लेकिन आपको कौन बचाएगा? इसका आंकलन कर लीजिए, नहीं तो पूर्व डीएस अमित कुमार चौधरी की तरह पछताना पड़ेगा। एआर की तरह अगर आप को भी कालेधन से प्यार हैं, तो खूब प्यार करिए, लेकिन जेल जाने के लिए भी तैयार रहिए। जिसने भी एआर का साथ दिया या फिर इनकी तरह बनने का प्रयास किया उसे धोखा मिला। एआर से जितना अधिक दूर रहेगें उतना अधिक सुरक्षित रहेगें। इतने दिनों में यह बात तो आप की समझ में आ ही गया होगा, और मीडिया की तरह न जाने कितने आप के ऐसे षुभचिंतक होगें जिन्होंने आप को एआर से दूरी बनाए रखने की सलाह दी होगी। डीएस साहब, जिस दिन आप सख्त हो गए, उस दिन एआर के भ्रष्टाचार का किला ढ़ह जाएगा, क्यों कि डीएस के बिना एआर अधूरा रहतें हैं। जब तक डीएस नहीं चाहेंगे तब तक एआर और उनके चहेतें सचिव सौ रुपया भी नहीं कमा सकते। जब भी एआर और उनकी चहेती टीम ने धान, गेहूं और खाद का घोटाला किया, उसमें डीएस की सहमति रही। डीएस साहब आपके एमडी साहब ने बस्ती में इस लिए आपको प्रभारी डीएस बनाकर भेजा क्यों कि आप एक मिसाल कायम करें, धान घोटाले में आपके विभाग पर जो बदनुमा दाग लगा है, उसे मिटाने के लिए आपको बस्ती की जिम्मेदारी दी गई है।
डीएस साहब जब तक आप बस्ती में हैं, ऐसा कुछ करके जाइए कि विभाग और जिले की जनता आपको याद रखे। उस तरह नहीं जिस तरह पूर्व डीएस को याद करती। आप की असली परीक्षा धान क्रय केंद्रों के निर्धारण में होगी। अगर आप इस परीक्षा में सफल हो गए तो समझो आप ने जिले की जनता और विभाग का विष्वास जीत लिया। धान क्रय केंद्रों के निर्धारण में एआर के काकस को समाप्त करना होगा। एआर और उनके चहेते सचिवों के दबाव से उबरना होगा, क्यों कि यह लोग समाज, किसान, सरकार और धान क्रय नीति के दुष्मन है। आंख बंदकर भुगतान करने की प्रक्रिया को समाप्त करना होगा। धान की डिलीवरी को पारदर्षी बनाना होगा। नियमति धान क्रय केंद्रों की जांच पड़ताल करना होगा। उन डिफाल्टर सचिवों पर कड़ी नजर रखनी होगी, जिन्होंने आपके डीएस को जेल भेजवाया और उन्हें बर्खास्त करवाया।

Comments