बनकटी के सूरापार में एक ही सड़क पर चार-चार बार हुआ भुगतान
- Posted By: Tejyug News LIVE
- क्राइम
- Updated: 17 May, 2025 23:32
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बनकटी के सूरापार में एक ही सड़क पर चार-चार बार हुआ भुगतान
-बीडीओ बनकटी ने अस्तित्वहीन प्रधान के पुत्रों के फर्म आन्वी कांस्टक्षन एंड सप्लायर्स को हुआ भुगतान
-फर्म के एक प्रोपराइटर सरद कुमार शर्मा जो शिक्षक भी उन्हें 9.36 लाख और दूसरे पुत्र रजनीष कुमार शर्मा को 24.18 लाख का किया भुगतान, सभी भुगतान मनरेगा से हुआ
-पशुचरनी बना ही नहीं और लाभार्थी के साथ मिलकर लाखों बांट लिया
-जांच अधिकारी जेडीसी ने जब बीडीओ से अभिलेख मांगा तो बीडीओ और सचिव ने अभिलेख गायब होने का फर्जी एफआईआर दर्ज करवा दिया
बस्ती। बनकटी के खोरिया के बाद सूरापार में सबसे अधिक मनरेगा में भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। सूरापार में तो ऐसे-ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें एक ही सड़क पर एक बार नहीं दो बार नहीं बल्कि चार-चार बार भुगतान बीडीओ ने किया, और ऐसे फर्म को किया जो प्रधान के पुत्रों के नाम हैं, और जो फर्म अस्तित्व में ही नहीं है। इस गांव के राजेंद्र प्रसाद शुक्ल षिकायत करते-करते थक जा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जांच अधिकारी जेडीसी ने जब बीडीओ से अभिलेख मांगा तो बीडीओ और सचिव ने मिलकर अभिलेखा गायब होने का एफआईआर दर्ज करवा दिया। प्रधान के पुत्रों के फर्म आन्वी कांस्टक्षन एंड सप्लायर्स के एक प्रोपराइटर सरद कुमार षर्मा जो शिक्षक भी उन्हें 9.36 लाख और दूसरे पुत्र रजनीश कुमार शर्मा को 24.18 लाख का बीडीओ ने किया। इससे पहले फर्जी बंधा और नाला के निर्माण पर बीडीओ इसी फर्म को 65 लाख का भुगतान कर चुके है।
अब जरा फर्जीवाड़े का खेल तो देखिए। रामकेश के घर से गोपाल के कुएं तक के इंटरलाकिगं निर्माण के नाम पर चार बार, कभी 183398 कभी 163096 कभी 183398 तो कभी 163096 रुपये का चार बार भुगतान हुआ। शारदा पुत्र जयंती, विजय शंकर पुत्र राम आसरे, राम प्रसाद पुत्र कपिल देव, राकेश पुत्र कुज्जु, कृष्णा प्रसाद पुत्र माता प्रसाद, राम जतन पुत्र पलटन, राम अधीन पुत्र विष्वनाथ, विनोद पाल पुत्र अवधेशपाल, बाबूराम पुत्र देवनाथ, राम शब्द पुत्र राम प्रताप, लालसा पुत्र जगदेव, सुभाष पुत्र भोला, संतोष पुत्र जयंती, महेंद्र पुत्र सुखनंदन, अशोक पुत्र सुखनंदन, चौथी पुत्र उदित एवं गयादीन पुत्र बेचू के नाम पर पपशुचरन निर्माण के लिए प्रत्येक को 75758 हजार के हिसाब से 14 लाख 40 हजार का भुगतान हुआ, जब कि अधिकांश पशुरचनी का निर्माण हुआ ही नहीं, किसान और प्रधाप पुत्र रजनीश कुमार शर्मा ने आपस में मिलकर बंदरबांट कर लिया। फर्जी इंटरलाकिगं और पशुचरनी के नाम पर लगभग 25 लाख का भुगतान एक ऐसे फर्म को कर दिया गया जो जीएसटी और इंकम टैक्स की चोरी करती।
अब आ जाइए प्रधान के एक और शिक्षक पुत्र सरद कुमार शर्मा पुत्र मोतीलाल के फर्जी फर्म आन्वी कांस्टक्षन एंड सप्लायर्स को जो 9.36 लाख का फर्जी भुगतान किया गया उसमें एक ही सड़क पर तीन बार भुगतान किया, कभी 134820 रुपया, कभी 4450 रुपया तो कभी 104960 रुपया का भुगतान हुआ। इंटरलाकिगं सड़क का नाम मो. सिदीक के घर से रामू के घर तक। इसी तरह मंशाराम के घर के सामने से बगंाली के कुंएं तक इंटरलाकिगं पर पहली बार 137516 रुपया तो दूसरी बार इसी सड़क पर 133970 रुपये का भुगतान बीडीओ ने किया। परमात्मा के खेत से सूरापार तक खंड़जा 4450 रुपया, और फिर इसी सड़क पर 24620 रुपये का भुगतान किया। सूरापार में डा. बंसल के घर के सामने गड़ही खुदाई 4450 रुपया, राजाराम के खेत से टीकर पुलिया तक मिटटी कार्य 4450 रुपया, तीरथ के बोरिगं से गयादीन के घर तक इंटरलाकिगं 4450 रुपया, इसी प्रोजेक्ट पर फिर 4450 रुपये का भुुगतान किया। फिर इसी प्राजेक्ट पर 152738 रुपये का भुगतान हुआ। छतौरा पुलिया के बगल गढ़ही खुदाई 4450 रुपया, राजाराम के खेत से होकर पुलिया तक मिटटी 4450 रुपया, सालिक चौधरी के खेत से महेश चौधरी के खेत तक मिटटी कार्य 4450 रुपया, विन्ध्याचंल पंचायत भवन से लेकर राधेष्याम पाल के खेत तक चक निर्माण 4450, देवी सरन पांडेय के खेत से नहर तक मिटटी कार्य 4450 रुपया, सारदा के घर से किशुन देव के घर तक मिटटी कार्य 4450 रुपया एवं राम अनुज के घर से बेचन के मड़ई तक मिटटी एवं खंडजा कार्य 4450 रुपया सहित कुल 936722 रुपये का भुगतान अस्तित्वहीन फर्म आन्वी कांस्टक्षन एंड सप्लायर्स को बीडीओ बनकटी ने किया। यही वह रिकार्ड हैं, जिसे बीडीओ और सचिव ने गायब होने का एफआईआर दर्ज करवा दिया।
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