आतंकी घटना से डॉक्टरों का फूटा गुस्सा, निकाला कैंडल मार्च, जताया विरोध,
- Posted By: Tejyug News LIVE
- क्राइम
- Updated: 26 April, 2025 21:11
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आतंकी घटना से डॉक्टरों का फूटा गुस्सा, निकाला कैंडल मार्च, जताया विरोध,
बस्ती। पहलगाम की आंतकी घटना को लेकर पूरी दुनिया में विरोध जताया जा रहा है, हर कोई इस घटना की निंदा करते हुए भारत सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा हैं बस्ती में इसका विरोध हो रहा हैं, कड़ी कार्रवाई करने की मांग जोरों से उठ रही है। कहा जा रहा है, कि पीएम मोदी को इसका करारा जबाव उन लोगों को देना होगा, जो लोग ऐसा घटना को अंजाम देते है। कहा जा रहा है, कि अगर आज हम लोगों ने पाकिस्तान को सबक नहीं सिखया तो इतिहास हम लोगों को कभी माफ नहीं करेगा। इसी कड़ी में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बस्ती के पूर्व अध्यक्ष डॉ. नवीन कुमार की अध्यक्षता में सुभाष चौक पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसके बाद एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकाला गया। यह सभा हाल ही में हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के विरोध में और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए आयोजित की गई थी, जिसने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है। डॉक्टरों, आईएमए सदस्यों, शहर के गणमान्य नागरिकों और आम जनता ने भारी संख्या में शोक सभा में हिस्सा लिया। सभा की शुरुआत में, डॉ. नवीन कुमार ने अपने गहरे शोक और दुख को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आईएमए बस्ती और पूरा चिकित्सा समुदाय इस मुश्किल घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। डॉ. नवीन कुमार ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, कि यह एक अत्यंत दुखद और अस्वीकार्य घटना है। हम मांग करते हैं कि संबंधित अधिकारी इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच करें और जो भी दोषी हों, उन्हें जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए। उनकी बातों ने उपस्थित लोगों की भावनाओं को और अधिक प्रबल कर दिया। सभा में उपस्थित सभी लोगों ने एक साथ खड़े होकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की और कुछ पल के लिए मौन धारण किया। इस दौरान, माहौल पूरी तरह से गमगीन रहा और हर चेहरे पर दुख की स्पष्ट झलक दिखाई दे रही थी। शोक सभा के बाद, सुभाष चौक से एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च शुरू हुआ। इस मार्च में बड़ी संख्या में लोगों ने हाथों में जलती हुई मोमबत्तियां लेकर हिस्सा लिया। मोमबत्तियां शोक और संवेदना का मौन प्रतीक बनकर पूरे वातावरण को शांत और गंभीर बना रही थीं। मार्च सुभाष चौक के मुख्य मार्गों से होता हुआ गुजरा, जिसमें शामिल लोग दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना करते रहे और पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते रहे। कैंडल मार्च में शामिल एक स्थानीय नागरिक ने कहा, हम इस दुखद घटना से बहुत आहत हैं। हम चाहते हैं कि दोषियों को सख्त सजा मिले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि चिकित्सा समुदाय पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ है और न्याय के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
डॉ. नवीन कुमार ने मार्च के अंत में मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह शोक सभा और कैंडल मार्च सिर्फ एक शुरुआत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आईएमए और शहर के लोग तब तक चौन से नहीं बैठेंगे जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता। उन्होंने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई करने और जनता को न्याय का भरोसा दिलाने का आग्रह किया।
बस्ती में इस शोक सभा और कैंडल मार्च ने एक गहरा और गंभीर माहौल बना दिया है। शहर के लोग इस अप्रत्याशित और दुखद घटना से गहरे सदमे में हैं और पीड़ित परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और कब तक पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाता है। यह घटना देश के लोगों के दिलों में एक गहरा घाव छोड़ गई है, जिसे शायद ही कभी भरा जा सकेगा। इस मौके पर आईएमए के पूर्व प्रदेष अध्यक्ष डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव, अष्वनी श्रीवास्तव, प्रमिला सिंह, षषि श्रीवास्तवा, अभिजात कुमार, दिव्यजात कुमार, नवीन चौधरी, सुधांषु द्विवेदी, रंगजी द्विवेदी, एमपी सिंह, प्रदीप कुमार, प्रवीन कुमार, एपीडी द्विवेदी, राजन षुक्ल, सर्वेष पाठक, जितेंद्र गुप्त, विवेक गौतम, पवन मिश्र, राषिद खान, दीवा खान एवं मुष्ताक अहमद सभी डाक्टर्स, राजेष त्रिपाठी, आषुतोष कुमार श्रीवास्तव, आषुतोष पांडेय, चंद्रभान, राजदेव, राजकुमार, अजंली त्रिपाठी, श्रद्वा त्रिपाठी, संगीता त्रिपाठी, रीता श्रीवास्तवा, संदीप श्रीवास्तव, केके उपाध्याय, मो. फैज, दीपू श्रीवास्तव, मो. आफाक अहमद सहित आईएम के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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